ESIC के 1.35 करोड़ मैम्बर्स को मिलेगा कैशलेस इलाज, सरकार ने किया ये ऐलान
Written By: ज़ीबिज़ वेब टीम
Thu, Mar 11, 2021 10:11 AM IST
केंद्रीय मंत्री संतोष गंगवार (Union Minister Santosh Gangwar) ने बुधवार को कर्मचारी राज्य बीमा निगम (ESIC) की हेल्थ स्कीम (Health Scheme) और आयुष्मान भारत योजना (Ayushman Bharat Yojana) के कन्वर्जेंस को लांच करते हुए कहा कि अब 113 जिलों के 1.35 करोड़ लाभार्थी कैशलेस (cashless treatment) इलाज करा सकेंगे. इस योजना से जहां पर ESIC scheme की सुविधा नहीं है, वहां भी लाभार्थियों का इलाज हो सकेगा. केंद्रीय Labor and Employment Minister (Independent Charge) संतोष गंगवार ने दोनों स्कीमों के विलय को हेल्थ सर्विस के लिहाज से एक बड़ा कदम बताया है.
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कर्मचारियों को मिली बड़ी सुविधा
इस पहल से आयुष्मान योजना के लाभार्थी जहां ESIC अस्पतालों (ESIC hospitals) में इलाज करा सकेंगे, वहीं ESIC के लाभार्थी आयुष्मान भारत योजना से जुड़े अस्पतालों में इलाज का लाभ उठा सकते हैं. केंद्रीय मंत्री संतोष गंगवार ने यहां श्रम शक्ति भवन में आयुष्मान भारत योजना के साथ ईएसआईसी स्कीम के कन्वर्जेंस को लांच करते हुए कहा कि शुरूआत में यह योजना 113 चिह्न्ति जिलों में धरातल पर उतारी जाएगी. कर्नाटक (Karnataka), महाराष्ट्र (Maharashtra), मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) और छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) जैसे राज्यों में ईएसआईसी के तहत इलाज की सुविधाएं नही हैं. ऐसे में अब यहां कन्वर्जेंस के तहत ईएसआईसी के लाभार्थी आयुष्मान भारत योजना का लाभ उठा सकेंगे.
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मिल सकेगा कैशलेस इलाज
उन्होंने बताया कि इन 113 जिलों के कुल 1.35 करोड़ कर्मचारी और उन पर निर्भर लोगों को अब आयुष्मान भारत योजना (Ayushman scheme) के तहत कैशलेस इलाज मिल सकेगा. मेडिकल सुविधा का लाभ उठाने के लिए ईएसआईसी ई पहचान पत्र (ESIC e identity card), हेल्थ पासबुक या आधार कार्ड की जरूरत पड़ेगी. उन्होंने बताया कि इसी तरह आयुष्मान भारत योजना के लाभार्थी बिहार (Bihar), गुजरात (Gujarat), कर्नाटक (Karnataka), महाराष्ट्र (Maharashtra), राजस्थान (Rajasthan) और उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के ईएसआईसी अस्पतालों और मेडिकल कॉलेज में अपना कैशलेस इलाज करा सकेंगे. इस मौके पर सेक्रेटरी अपूर्व चंद्रा, अपर सचिव अनुराधा प्रसाद, ईएसआईसी के महानिदेशक डॉ. प्रवीन (ESIC Director General Dr. Praveen) आदि प्रमुख रूप से मौजूद रहे.
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बैठक में लिए गए कई बड़े फैसले
कर्मचारी राज्य बीमा निगम (Employees State Insurance Corporation) ने अपने लाभार्थियों को बेहतर सुविधाएं देने के लिए कई कदम उठाए हैं. इसके तहत कर्मचारी राज्य बीमा निगम (State Insurance Corporation) की सुविधा 10 किलोमीटर से अधिक दूर होने पर लाभार्थी पैनल में शामिल अस्पताल से चिकित्सकीय परामर्श ले सकेंगे. इसके साथ ही ESIC ने सभी नए बने अस्पतालों का संचालन खुद करने का फैसला किया है. श्रम और रोजगार राज्यमंत्री (Minister of State for Labor and Employment) संतोष कुमार गंगवार (Santosh Kumar Gangwar) की अध्यक्षता में रविवार को हुई 183वीं बैठक (183rd meeting) में ESIC ने कर्मचारियों को चिकित्सा सेवाओं और अन्य लाभ की आपूर्ति में सुधार के लिए कई महत्वपूर्ण फैसले लिए. श्रम मंत्रालय ने बयान में कहा कि यदि राज्य सरकार खुद अस्पताल चलाने पर जोर नहीं देगी, तो सभी नए अस्पतालों तथा भविष्य में बनने वाले अस्पतालों का संचालन स्वयं ESIC द्वारा किया जाएगा.यह कदम कर्मचारियों की मांग पर उठाया गया है. इसका मकसद लाभार्थियों को बेहतर चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध कराना है.
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कर्मचारियों का दी गई है बड़ी राहत
कर्मचारी राज्य बीमा निगम (ESIC) ने अपने सभी सदस्यों या लाभार्थियों (beneficiaries) को इमरजेंसी में करीब के किसी भी प्राइवेट अस्पताल में इलाज कराने की इजाजत दे दी है. मौजूदा व्यवस्था के तहत ESIC की योजना के दायरे में आने वाले बीमित व्यक्तियों (insured persons) और लाभार्थियों (family members) को पैनल में शामिल या उससे बाहर के अस्पतालों में इलाज के लिये पहले ईएसआईसी अस्पताल (ESIC hospital) जा कर वहां से रेफर कराना होता है.
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